1. प्रवेश प्रारम्भ की तिथि -
सी.सै. परीक्षा परिणाम घोषित होने के साथ ही महाविधालय में प्रवेश कार्य प्रारम्भ हो जायेगा।
3. प्रथम वर्ष में प्रवेश की पात्रता -
सीनियर सेकंडरी परीक्षा या समकक्ष परीक्षा में उतीर्ण नियमित / स्वयंपाठी छात्र प्रथम वर्ष वाणिज्य / कला में प्रवेश लेने हेतु योग्य है।
4. द्वितीय एवं तृतीय पार्ट की कक्षाओं में प्रवेश पात्रता -
इस महाविधालय के नियमित या पूर्व छात्र जिन्होंने प्रथम वर्ष / द्वितीय वर्ष की परीक्षा उतीर्ण की हो या जिन्हे राजस्थान विश्वविधालय ने द्वितीय / तृतीय वर्ष में प्रवेश लेने योग्य घोषित किया हो।
5. स्वयंपाठी छात्र का द्वितीय / तृतीय पार्ट की कक्षाओं में प्रवेश -
जिन छात्रों ने प्रथम वर्ष की परीक्षा स्वयंपाठी छात्र के रूप में उतीर्ण की है और 45 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त किये है, द्वितीय वर्ष की कक्षा में प्रवेश लेने हेतु योग्य है।
तृतीय वर्ष में स्वयंपाठी छात्र को ऐसी परिस्थिति में ही प्रवेश दिया जा सकेगा जब उसने प्रथम वर्ष की परीक्षा नियमित छात्र के रूप में उतीर्ण की हो एवं द्वितीय वर्ष की परीक्षा में न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हो।
7. पुनर्मूल्यांकन के फलस्वरूप उतीर्ण या विलम्ब से परीक्षा घोषित होने की स्थिति में प्रवेश -
किसी विधार्थी के उसकी उतर पुस्तिका के पुनर्मूल्यांकन के फलस्वरूप अर्हकारी परीक्षा में उतीर्ण घोषित होने की स्थिति में उसे अगली कक्षा में प्रवेश के लिए 10 दिन की अवधि में या 31 दिसंबर तक जो भी पहले हो प्रवेश हेतु आवेदन करना होगा।
पुनर्मूल्यांकन का परिणाम 31 दिसम्बर के बाद घोषित किये जाने की स्थिति में यदि विश्वविधालय नियमित प्रवेश दिए जाने की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर में शिथिलता प्रदान कर देता है तो उसी के अनुसार महाविधालय में प्रवेश दिया जा सकेगा। ये प्रावधान स्नातक द्वितीय वर्ष, तृतीय वर्ष एवं स्नातकोत्तर (उत्तरार्द्व) में प्रवेश हेतु मान्य होंगे। किसी कारणवश परीक्षा परिणाम विलम्ब से घोषित किये जाने की स्थिति में भी छात्रों के प्रवेश से संबंधित प्रकरण इसी प्रक्रिया के अनुसार निरस्तारित किये जायेंगे।
8. अंतराल के पश्चात प्रवेश -
अर्हकारी परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी यदि किसी कारणवश परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले वर्ष के पश्चातवर्ती दो अकादमिक सत्रों तक नियमित छात्र के रूप में किसी महाविधालय का विधार्थी नहीं रहा है तो ऐसे अभ्यर्थी को भी स्नातक प्रथम भाग में प्रवेश दिया जा सकेगा। परन्तु प्रवेश के लिए निम्नांकित शर्ते लागु होगी :-
9. अनुत्तीर्ण विधार्थियो का प्रवेश -
एक बार नियमित या स्वयंपाठी छात्र यदि अनुत्तीर्ण होता है या परीक्षा में नहीं बैठ पाता है अथवा उपस्थिति की न्यूनता के कारण परीक्षा देने से वंचित किया जाता है तो उसी संकाय अथवा भिन्न संकाय की उसी कक्षा में पुनः प्रवेश नहीं दिया जायेगा। लेकिन यदि विधार्थी ने पिछले सत्र में महाविधालय के नियमित छात्र के रूप में अंतर विश्वविधालय / अंतर्राज्यीय / अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया हो तो उसको उसी कक्षा में एक बार पुनः प्रवेश दिया जा सकेगा। यदि कोई छात्र एक संकाय में स्नातक उपाधि प्राप्त करने के बाद पुनः अन्य संकाय के पार्ट प्रथम में प्रवेश लेने हेतु आवेदन करना है अथवा कोई छात्र किसी कक्षा में उत्तीर्ण घोषित किये जाने के बाद अंक सुधार हेतु उसी कक्षा में प्रवेश लेने हेतु आवेदन करता है तो ऐसे छात्र को प्रवेश नहीं दिया जायेगा।
3. इस महाविधालय के नियमित / पूर्व छात्र - आवेदन पत्र के साथ मूल अंकतालिका की तीन सत्यापित प्रतिलिपियाँ।
4. यदि छात्र अनुसूचित जाति / जनजाति का है तो उसकी पुष्टि हेतु जिला कलेक्टर / प्रथम श्रेणी के दंडनायक का प्रमाण पत्र संलग्न करें।
11. प्रवेश योग्यता के आधार पर वरीयता क्रम में दिये जायेंगे।
12. यदि प्रवेशार्थी आवेदन पत्र के साथ कोई आवश्यक प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं करेगा तो प्रवेश नहीं दिया जायेगा परन्तु प्राचार्य विशेष स्थिति में अस्थायी प्रवेश दे सकता है। ऐसी दशा में प्रवेशार्थी को स्वयं ही निर्धारित अवधि में आवश्यक प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर प्रवेश स्थायी करवा लेना चाहिए अन्यथा प्रवेश आवेदन पत्र अपूर्ण रहने पर बिना किसी पूर्व सुचना के प्रवेश निरस्त हो जायेगा।
13. प्रवेश हेतु चयनित छात्रों को निर्धारित तिथि तक प्रवेश शुल्क जमा करवाकर उसकी रसीद प्राप्त कर लेनी चाहिये। रसीद प्राप्त करने के साथ ही अपना परिचय पत्र एवं रीडर्स टिकिट बनवा लेने चाहिए।
14. प्राचार्य को किसी भी छात्र का बिना कारण बताए प्रवेश अस्वीकार करने का अधिकार होगा।
15. प्राचार्य को प्रवेश नियमों में संसोधन करने का अधिकार है।
विशेष - छात्रों के हित में सलाह दी जाती है कि प्रवेश लेते समय मूल अंकतालिका की अतिरिक्त प्रतियां तैयार कर अपने पास रखें। मूल अंकतालिका नामांकन हेतु विश्वविधालय भेज दी जाती है और वहां से वापिस आने पर ही अंकतालिका छात्रों को लौटायी जाती है।
16. प्रवेशार्थी को प्रवेश साक्षात्कार हेतु महाविधालय प्रवेश समिति के समक्ष उपस्थित होना होगा। प्रवेश समिति की अनुशंसा के पश्चात ही प्रवेश दिया जा सकेगा।
17. प्रवेश संबंधी अन्य जानकारी के लिए प्रवेश समिति से सम्पर्क करे।