माँ सरस्वती के इस पावन मंदिर में आपके प्रवेश से सम्पूर्ण महाविद्यालय परिवार को अपार हर्ष हो रहा है। मुझे पूर्ण विश्वाश है कि आपने जिस आशा एवं आकांक्षा से इस परिवार की और कदम बढ़ाये है , वह अवश्य पूरी होगी। महाविद्यालय परिवार का सहयोग आपकी इस शैक्षिक यात्रा में हर कदम पर उपलब्ध रहेगा।
यद्यपि यह परिसर आपके लिए नया है, किन्त्तु आपको प्रसन्नता होगी कि इस का इतिहास एवं वर्तमान दोनों ही अत्यंत गौरवमय एवं प्रख्यात है। शिक्षा जगत में इस संस्था की अपनी अलग पहचान है। इसका श्रेय सम्पूर्ण प्रबंध समिति, प्राध्यापकों, कर्मचारियों, छात्रों आदि सभी की सक्रिय भागीदारी को है। मुझे प्रसन्नता है कि आज आप भी इस महान संस्था से जुड़ने जा रहे है। इस अवसर पर आपका हार्दिक स्वागत है।
महाविद्यालय की शोभा उसके विशाल परिसर से नहीं होती अपितु प्रतिभावान छात्रों से ही होती है। जिस महाविद्यालय के छात्र अनुशासित एवं सुसंस्कृत होते है, उनकी समाज में उत्कृष्त छवि बनती है। इसी धारणा से प्रेरित यह महाविद्यालय अपने छात्रों के मानसिक, बौद्धिक एवं शारीरिक विकास के लिए प्रयत्नशील है। यह उन्हें विचारवान, उत्तरदायी एवं प्रबुद्ध नागरिक बनाने के लिए कृत-संकल्प है। महाविद्यालय के विशाल परिसर में शिक्षण व्यवस्था, पुस्तकालय, खेलकूद, एन.एस.एस. तथा अन्य विविध पाठयोत्तर गतिविधियां आपके सर्वांगीण विकास हेतु उपलब्ध है।
आपके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाओ के साथ !
डॉ. प्रकाश चंद खुल्वे
निदेशक